स्वीडन में समुद्र के अंदर एक बड़ा खजाना मिला है। बाल्टिक सागर से गोताखोरों ने 19वीं सदी में डूबे जहाज के मलबे को ढूंढा है जिस पर मिली चीजें हैरान करने वाली हैं।
~Neelam
(शाह टाइम्स)। स्वीडन में समुद्र के अंदर एक बड़ा खजाना मिला है। बाल्टिक सागर से गोताखोरों ने 19वीं सदी में डूबे जहाज के मलबे को ढूंढा है जिस पर मिली चीजें हैरान करने वाली हैं। ऐसा बहुत कम होता हैं जब इतने साल पहले डूबे जहाज़ का सामान अच्छी हालत में मिल जाए।
खोजकर्ताओं को जहाज पर शैंपेन, वाइन, मिनरल वाटर और पोर्सिलेन के सामान मिले हैं। खोजकर्ताओं ने बताया कि जहाज पर 100 से अधिक शैंपेन की बोतलें हैं। जहाज को ढूंढने वाले पोलैंड के डाइविंग ग्रुप बाल्टिटेक के गोताखोर टोमाज स्टैचुरा का मानना है कि शिपमेंट रूसी जार यानी राजा के लिए जा रहा होगा।
बताया जा रहा हैं की जहाज का मलबा स्वीडन के ओलैंड के 37 किमी दक्षिण में मौजूद था। यह जहाज 170 साल पहले डूबा था। मलबे को ढूंढने वाले पोलैंड के डाइवर स्टैचुरा ने बताया कि वे पिछले 40 सालों से बाल्टिक समुद्र में जहाजों के मलबे की तस्वीरें लेते रहे हैं। यह पहली बार है जब उन्हें किसी जहाज पर शराब की 100 से ज्यादा बोतलें मिली हैं।
स्टैचुरा की कंपनी की तरफ से जारी किए गए प्रेस रिलीज में बताया गया कि जहाज का मलबा बहुत ही अच्छी हालत में था। शैम्पेन क्ले से बनी बोतलों में थी जिस पर सेल्टर्स ब्रांड का स्टिकर लगा हुआ था। यह 19वीं सदी में जर्मनी के सबसे बेहतरीन शैम्पेन ब्रांड्स में से एक था। आमतौर पर इनकी शराब को शाही परिवार खरीदते थे। इसके अलावा दवाइयों में भी इसका प्रयोग किया जाता था।
बोतलों में 800 साल पहले स्टोर की गई थी शराब
जानकारी के अनुसार इस ब्रांड का नाम जर्मनी के शहर सेल्टर्स के नाम पर रखा गया था। शराब 800 साल पहले बोतलों में स्टोर की गई थी। कंपनी ने बताया कि यह शराब इतनी कीमती होती थी कि इसे एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते वक्त पुलिस भी साथ जाती थी।
स्वीडन की सरकार को जहाज के मलबे और उसमें मिले सामान की जानकारी दे दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे समुद्र से निकलाने में करीब 1 साल तक का समय लग सकता है। यह जहाज कहां जा रहा था और कैसे डूबा था अभी तक इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
ब्रिटिश मीडिया द गार्डियन ने जानकारी देते हुए बताया कि बाल्टिक समुद्र में करीब 1 लाख से ज्यादा जहाजों का मलबा मौजूद हैं। ऐसे में अक्सर मरीन डाइवर्स, पुरातत्व विभाग के एक्सपर्ट्स और समुद्री लुटेरे यहां आते रहते हैं।
वहीं 2 दिन पहले ऑस्ट्रेलिया में 55 साल पहले डूबे जहाज का मलबा मिला था। यह जमीन से 170 मीटर नीचे मौजूद था। 21 लोगों की जान लेने वाले एमवी नूनगाह जहाज 23 अगस्त 1969 को न्यू साउथ वेल्स से टाउन्सविले की ओर निकला था। इसे लगभग 1300 किमी की दूरी तय करनी थी।
बता दें कि जहाज पर 52 लोग सवार थे, जो स्टील से भरे कंटेनर ले जा रहे थे। ये 25 अगस्त तक 315 किलोमीटर आगे निकल गया था तभी उसका सामना एक भयानक तूफान से हुआ। इसकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा से भी ज्यादा थी जिसे जहाज संभाल नहीं पाया और वह डूब गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जहाज के डूब जाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई सेना ने इतिहास की सबसे बड़ी समुद्री खोज की थी। सेना विमान, हेलिकॉप्टर और जहाजों से एमवी नूनगाह को तलाशने निकली थी। ऑस्ट्रेलियाई सेना को जहाज डूबने के 12 घंटे बाद 26 लोग लकड़ी के सहारे तैरते हुए मिले थे। तब से लेकर आज तक यह जहाज लोगों के लिए एक रहस्य बना हुआ था।