लेबनान में दहशत का माहौल है पेजर हमले के एक दिन बाद लेबनान में नए विस्फोटों में 20 की मौत 450 ज़ख्मी हो गए
New Delhi,(Shah Times) । इजरायल और हमास जंग के दरमियान नए तरीके के धमाकों ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है। लेबनान में दहशत का माहौल है पेजर हमले के एक दिन बाद लेबनान में नए विस्फोटों में 20 की मौत 450 ज़ख्मी हो गए मंगलवार को लेबनान में पेजर धमाकों के बाद अब राजधानी बेरूत में धमाके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में हुए।
बेरूत के कई इलाकों में हैंडहेल्ड वायरलेस रेडियो डिवाइस और कई वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को हैंडहेल्ड रेडियो डिवाइस में विस्फोट होने से 20 लोगों की मौत हो गई और 450 से ज़्यादा लोग ज़ख्मी हो गए।
लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से जुड़े नए विस्फोटों की सूचना दी, जिसके बाद 18 सितंबर को सिडोन में एक दुकान पर दमकल की गाड़ी और एंबुलेंस पहुँचीं।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, आतंकवादी समूह हिज़्बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर में विस्फोट होने से लेबनान में हज़ारों लोगों के ज़ख्मी होने के एक दिन बाद, विस्फोटों की एक नई श्रृंखला में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 450 लोग घायल हो गए। मंगलवार के हमले में कम से कम 12 लोग मारे गए और 2,800 लोग घायल हुए। हालांकि इजरायल ने सार्वजनिक रूप से हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन संवेदनशील मामलों पर चर्चा करने के लिए नाम न बताने की शर्त पर बात करने वाले दो अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, इजरायल ने हमले के बाद खुफिया चैनलों के माध्यम से अमेरिका को हमले के बारे में बताया नहीं। अधिकारियों ने कहा कि इजरायल ने हमले से पहले वाशिंगटन को हमले की बारीकियों के बारे में जानकारी नहीं दी।
हिज़्बुल्लाह ने इन धमाकों को अपने संचार नेटवर्क में इज़रायली की सेंधमारी बताई है और हमले का बदला लेने की कसम खाई है। हिज़्बुल्लाह ने यह भी कहा कि वह गाजा में हमास का समर्थन करना जारी रखेगा।
लेबनान में पेजर धमाके और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट करके दुनिया में कोहराम मचाने वाले इजरायल ने एक बार फिर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। अब तक इजरायल ने एंटी मिसाइल हमले या बमबारी की आयरन डोम तकनीक में महारत हासिल की थी,
लेकिन इस बार उसने टेक्नोलॉजिकल वॉर के जरिए दुश्मन पर कहर बरपाया है। कुछ ही सेकंड के अंदर लेबनान में करीब 5000 पेजर फट गए, जिससे 9 लोगों की मौत हो गई और करीब 2000 घायल हो गए। इतना ही नहीं, बाद में वॉकी-टॉकी के फटने से 14 लोगों की मौत भी हो गई। ये दोनों हमले लगातार दो दिनों के अंदर हुए।
इन हमलों के बीच इजराइल की खुफिया यूनिट 8200 की खूब चर्चा हो रही है। यह इजराइली सेना की खुफिया यूनिट है, जिसके बारे में पश्चिमी देशों का कहना है कि इसने लेबनान में ये हमले किए हैं। इजराइल ने अब तक इन हमलों को लेकर चुप्पी साध रखी है, लेकिन पश्चिमी देशों और लेबनान को शक है कि इसे इजराइल की खुफिया यूनिट ने अंजाम दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक साथ 5000 पेजर से हमला किया गया और उनके अंदर करीब 3 ग्राम विस्फोटक रखे गए थे।
एक पश्चिमी सुरक्षा सूत्र का कहना है कि यूनिट 8200 इजराइली सेना की है। यह मोसाद की कमान में नहीं है। इसने हिजबुल्लाह पर इतना भयंकर तकनीकी हमला किया है। सूत्र ने बताया कि यूनिट 8200 काफी समय से इस बात का अध्ययन कर रही थी कि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में विस्फोटक कैसे रखे जा सकते हैं। इजराइली सेना ने इस मामले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। इसके अलावा पीएम ऑफिस की तरफ से भी कुछ नहीं कहा गया है, जिसकी रिपोर्ट मोसाद ने दी है।
इजरायली डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोरम के रिसर्च डायरेक्टर योसी कुपरवासेर ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि हमले में सैन्य खुफिया इकाई शामिल थी या नहीं। लेकिन उन्होंने कहा कि टीम 8200 के सदस्य इजरायली सेना के सबसे तेज कमांडर हैं। इस यूनिट में केवल युवा और खास सैनिक ही शामिल होते हैं। खुफिया जानकारी जुटाने का काम भी उन्हीं का होता है।