
UPES and University of Law officials during the MoU signing ceremony to establish a Center of Excellence
शिक्षा और शोध में नवाचार के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना
यूपीईएस और यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ (यूके) ने शिक्षा और शोध में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी की है। एआई रिसर्च, फैकल्टी एक्सचेंज और स्टूडेंट मोबिलिटी के माध्यम से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना होगी।
~ Shah Nazar
देहरादून, ( Shah Times) — भारत के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (UPES) ने यूनाइटेड किंगडम के प्रतिष्ठित विधिक संस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ (University of Law – ULaw) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी के अंतर्गत यूपीईएस कैंपस में एक अत्याधुनिक ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना की जाएगी, जो शिक्षा, शोध और नवाचार को नई दिशा देगा।
वैश्विक सहयोग के नए द्वार
इस रणनीतिक सहयोग का मुख्य उद्देश्य वैश्विक अवसरों को बढ़ाना, संयुक्त शोध को प्रोत्साहित करना, और छात्रों तथा शिक्षकों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीखने के अवसर प्रदान करना है। विशेष रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और नैतिकता के क्षेत्र में शोध को प्राथमिकता दी जाएगी।
यह नया सेंटर न केवल कंटिन्यूइंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट (CPD) कोर्सेज की सुविधा देगा, बल्कि सैटेलाइट सेंटर्स और स्टार्टअप इनक्यूबेशन का भी केंद्र बनेगा। इससे छात्रों और फैकल्टी को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मंच मिलेगा।
फैकल्टी एक्सचेंज और स्टूडेंट मोबिलिटी पर ज़ोर
साझेदारी के तहत फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम और स्टूडेंट मोबिलिटी स्कीम्स भी लागू की जाएंगी, जिससे दोनों संस्थानों के बीच ज्ञान और अनुभव का आदान-प्रदान हो सकेगा। यह पहल छात्रों को वैश्विक शिक्षा प्रणाली से जुड़ने, नई तकनीकों को समझने और भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएगी।
नेतृत्वकर्ताओं की प्रतिक्रियाएं
यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के डिप्टी वाइस-चांसलर प्रोफेसर पीटर क्रिस्प ने कहा,
“हमें यूपीईएस के साथ यह साझेदारी करते हुए गर्व हो रहा है। यूएलॉ की 148 वर्षों की विधिक विशेषज्ञता अब भारतीय छात्रों को भी लाभ पहुंचाएगी।”
वहीं, यूपीईएस स्कूल ऑफ लॉ के डीन और हेड ऑफ इंटरनेशनलिटी, डॉ. अभिषेक सिन्हा ने कहा,
“ULaw जैसे वैश्विक संस्थानों से सहयोग हमारे ‘यूनिवर्सिटी ऑफ टुमॉरो’ विज़न का हिस्सा है। यह सेंटर हमारे छात्रों को आने वाले समय की नैतिक और तकनीकी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करेगा। यह साझेदारी शिक्षा और वास्तविक दुनिया के बीच की खाई को पाटने में मददगार साबित होगी।”
भविष्य की दिशा तय करता एक महत्वपूर्ण कदम
यूपीईएस और यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ की यह साझेदारी भारत में उच्च शिक्षा और शोध को नए मानकों की ओर ले जाएगी। यह सहयोग इनोवेशन, इथिक्स और इंटरनेशनलिटी के त्रिकोण में एक मजबूत नींव रखेगा, जो आने वाले वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र को दिशा देने वाला साबित हो सकता है।