
Baba Kedar's Panchmukhi Doli departs for Kedarnath Dham. Temple doors will open on May 2. Read full details about the journey stops and preparations here
बाबा केदार की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई। 2 मई को कपाट खुलेंगे। यात्रा के विभिन्न पड़ावों और तैयारियों की पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें
देहरादून (शाह टाइम्स) बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आगामी दो मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। इस अवसर पर धाम में कपाटोत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। सोमवार को बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली भव्य आयोजन के बीच अपने धाम के लिए रवाना हो गई। सेना के बैंड की भक्ति धुनों के साथ रावल भीमाशंकर लिंग और बीकेटीसी (बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने डोली को धाम के लिए शुभ यात्रा पर रवाना किया।
पंचमुखी मूर्ति का पंचस्नान और पुष्प सज्जा
रवाना होने से पूर्व भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति का विधिवत पंचस्नान कर उसे फूलों से सजी डोली में विराजमान कराया गया। वहीं, बाबा के शीतकालीन निवास स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ को भी भव्य पुष्प सज्जा से संवारा गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए और मंगलकामनाएं कीं।
तीन पड़ावों पर विश्राम करेगी डोली
डोली यात्रा के दौरान पंचमुखी मूर्ति तीन प्रमुख पड़ावों पर रात्रि विश्राम करेगी:
पहला पड़ाव (28 अप्रैल): श्री विश्वनाथ मंदिर, गुप्तकाशी।
दूसरा पड़ाव (29 अप्रैल): फाटा।
तीसरा पड़ाव (30 अप्रैल): श्री गौरीमाता मंदिर, गौरीकुंड।
एक मई को गौरीकुंड से अंतिम चरण की यात्रा शुरू होगी और शाम तक डोली श्री केदारनाथ धाम पहुँच जाएगी।
यात्रा से पूर्व धाम में तैयारियां पूरी
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि धाम में तीर्थयात्रियों के स्वागत हेतु पेयजल, विद्युत, सफाई व्यवस्था, भोग मंडी की साफ-सफाई, दर्शन पंक्ति की मरम्मत, पुजारियों व कर्मचारियों के आवासीय प्रबंध जैसे सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र को भी व्यवस्थित कर दिया गया है।
भैरवनाथ की पूजा से आरंभ हुई कपाट खुलने की प्रक्रिया
कपाट खुलने की प्रक्रिया रविवार से प्रारंभ हो गई थी। इस दिन श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में श्री भैरवनाथ जी की पूजा संपन्न हुई। धार्मिक मान्यता के अनुसार जब केदारनाथ के कपाट बंद होते हैं, तो भैरवनाथ जी ही पूरी केदारपुरी की रक्षा करते हैं। भैरवनाथ के कपाट खोले बिना केदारनाथ धाम में आरती व प्रसाद अर्पित नहीं किया जाता।
शुभकामनाएं और अपील
बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें और स्वच्छता बनाए रखें। साथ ही सभी भक्तों को सफल और मंगलमय यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं।