
Rahul Gandhi addressed students in Darbhanga defying administrative restrictions, targeting the government on education, caste census, and social justice
राहुल गांधी ने दरभंगा में प्रशासन की रोक के बावजूद छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने शिक्षा, जाति जनगणना और सामाजिक न्याय पर सरकार को घेरा।
दरभंगा, बिहार (शाह टाइम्स) लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रशासन की अनुमति न मिलने के बावजूद दरभंगा के अंबेडकर छात्रावास में छात्रों को संबोधित किया। ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम के तहत उन्होंने दलित, पिछड़े और आदिवासी छात्रों से संवाद करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों पर जमकर निशाना साधा।
प्रशासन की रोक को किया नजरअंदाज, छात्रों से बोले- “मैं आग हूं”
राहुल गांधी ने सभा के दौरान कहा, “क्या आपको लगता है कि मैं कायर हूं? मैं आग हूं।” उन्होंने दावा किया कि बिहार पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन छात्र-युवाओं की ताकत के कारण वह दरभंगा पहुंचने में सफल रहे। उन्होंने छात्रों से एकजुटता की अपील करते हुए कहा कि “आप सभी को एक साथ खड़ा होना होगा।”
सरकार पर तीखा हमला: संवाद से क्यों डर रही है सत्ता?
राहुल गांधी ने नीतीश कुमार और भाजपा की डबल इंजन सरकार पर आरोप लगाया कि वे सामाजिक न्याय की स्थिति को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया, “संवाद कब से अपराध हो गया? नीतीश जी, आपको किस बात का डर है?” उनका कहना था कि सरकार नहीं चाहती कि दलित और पिछड़े छात्रों की आवाज सुनी जाए।
जाति जनगणना पर राहुल का दावा: “यह फैसला मेरे कहने पर हुआ”
कांग्रेस नेता ने जाति जनगणना पर भी जोर दिया और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह फैसला उनके दबाव में आकर लिया है। उन्होंने कहा, “हमने प्रधानमंत्री से कहा कि जाति जनगणना करानी ही पड़ेगी। वे इसके खिलाफ थे, लेकिन अंततः उन्हें झुकना पड़ा।”
निजी संस्थानों में आरक्षण की मांग
राहुल गांधी ने निजी शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण लागू करने की वकालत करते हुए कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली में दलित, पिछड़े, और आदिवासी छात्रों को लगातार हाशिए पर रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएगी और सुनिश्चित करेगी कि सामाजिक न्याय को लागू किया जाए।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया: ‘संघर्ष से पीछे नहीं हटते राहुल’
कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा, “राहुल गांधी एक संघर्षशील नेता हैं। हमने प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन जब रोका गया, तब भी हम पीछे नहीं हटे। हमारा मकसद केवल छात्रों से संवाद करना था।”
राहुल गांधी के इस दौरे ने बिहार की सियासत को एक बार फिर गर्मा दिया है, जहां शिक्षा और सामाजिक न्याय के मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की है।