लोकतंत्र वहीं खत्म हो जाता है जहां से जम्मू-कश्मीर शुरू होता है

श्रीनगर । पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय शासन जारी रहने पर तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र वहीं खत्म हो जाता है जहां से जम्मू-कश्मीर शुरू होता है।


उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया,लोकतंत्र हमारी रगों में है, हमारी संस्कृति में है’; ‘भारत लोकतंत्र की जननी है’; ‘भारत लोकतंत्र का मंदिर है’। महान लगने वाले शब्द जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पसंद आते हैं और विज्ञापन-उबकाई करते हैं।
नेकां नेता ने कहा,“इस बीच केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को आज केंद्रीय शासन के पांच साल पूरे हो गए। लोकतंत्र वहीं खत्म हो जाता है, जहां जम्मू-कश्मीर शुरू होता है।”

दैनिक शाह टाइम्स के ई-पेपर के लिंक को क्लिक करे

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में निर्वाचित सरकार को पांच साल हो गए हैं। आखिरी बार राज्य विधानमंडल के चुनाव 2014 में हुए थे। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराने को लेकर राजनीतिक आक्रोश पनप रहा है। सभी राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर में जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।

#Shah Times

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here