
उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले और 18 मंडल हैं। क्या आप उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिले के बारे में जानते हैं।
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लखनऊ, (शाह टाइम्स)।उत्तर प्रदेश का इतिहास 26 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश राज्य का गठन हुआ। उत्तर प्रदेश का इतिहास 4000 वर्ष पुराना है। एतिहासिक और धार्मिक शहरों का यह गढ़ अपने पुरातन इतिहास के लिए विश्व विख्यात है। इसके साथ ही यह भारत का सबसे अधिक जिले वाला राज्य भी है। उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले और 18 मंडल हैं।
क्या आप उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिले के बारे में जानते हैं?
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो यह लखीमपुर खीरी जिला है। इसकी प्रशासनिक राजधानी लखीमपुर शहर है। दरअसल भारत सरकार ने 2001 की जनगणना के आंकड़ों के आधार पर लखीमपुर खीरी को अल्पसंख्यक बाहुल्य जिले के रूप में नामित किया था।
लखीमपुर खीरी जिलें का पहले क्या नाम था?
पहले लखीमपुर खीरी जिलें को “लक्ष्मीपुर” के नाम से जाना जाता था। पुराने समय में यह खर के वृक्षों से घिरा हुआ था। आपको बता दें कि इसके आसपास खर के वृक्ष हुआ करते थे, जिस वजह से इसके नाम के साथ खीरी जुड़ गया।
यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गोला – गोकरनाथ, देवकाली, लिलौटीनाथ और फ्रांग मंदिर आदि प्रसिद्ध है। प्रदेश का यह जिला 7680 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, क्षेत्रफल की दृष्टि से यह जिला उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला हैं।
आईए अब बात करते हैं कि उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला कौन-सा हैं
उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे जिले की बात करें, तो यह हापुड़ है, जो कि कुल 660 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जबकि दूसरे नंबर पर भदोही है, जो कि 910 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
हापुड़ ज़िले का गठन 28 सितम्बर 2011 को हुआ था। हापुड़ को ग़ाज़ियाबाद ज़िले से अलग कर दिया गया। हापुड़ की तीन तहसीलें हैं, हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर और धौलाना। इस छोटे से जिले में चार ब्लाक जबकि नौ थाने हैं।
हापुड़ जिलें का पहले क्या नाम था?
दरअसल मुख्यमंत्री कुमारी मायावती ने 28 सितंबर 2011 को हापुड़ को पंचशील नगर नाम से एक जिला के रूप में घोषित किया था। फिर जुलाई 2012 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसका नाम बदलकर ‘ हापुड़ जिला’ रखा।