सत्तू का शरबत कैसे बनाया जाता है, यह हमारे लिए कितना फायदेमंद होता है?
गर्मियों के मौसम में लोग ठंडी चीजों का सेवन करते हैं, कोई गन्ने के जूस का सेवन करता है तो कोई घर में बनाई हुई लस्सी का सेवन करता है। यह सभी चीज हमें गर्मी से राहत दिलाती है।लेकिन क्या आप जानते हैं सत्तू भी गर्मी में बेहद फायदेमंद माना जाता है। पहले जमाने के लोग गर्मी में ज्यादातर सत्तू का ही सेवन करते थे करते थे।यह बॉडी को ठंडा रखने और तुरंत एनर्जी बढ़ाने में मदद करता है। इस मौसम में सत्तू का शरबत का सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते हैं सत्तू का शरबत कैसे बनाया जाता है और यह हमारी सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है।
सत्तू को सुपर फूड माना जाता है। यह एक ऐसी चीज है जिसे बगैर पकाए भी डाइट में शामिल किया जा सकता है। अपने गुणों के कारण सत्तू को पोषक तत्वों का पावर हाउस भी कहा जाता है।इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम कई जैसे पोषक तत्वों की भरमार होती है और ये सभी सेहत के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। खासकर गर्मी के मौसम में सत्तू का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह बॉडी को ठंडा रखने और तुरंत एनर्जी बढ़ाने में मदद करता है।
गर्मी के मौसम में सत्तू का सेवन कई तरीकों से किया जाता है। कुछ लोग सत्तू का पराठा बनाकर खाते हैं, तो कुछ लोग इसके लड्डू खाना पसंद करते हैं लेकिन इस मौसम में सत्तू का शरबत का सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। गर्मी के मौसम में सत्तू का शरबत पीने से पेट ठंडा रहता है और डाइजेशन से संबंधित परेशानियां कम होती है। आइए जानते हैं गर्मी के मौसम में सत्तू का शरबत पीने से होने वाले फायदे और इसे बनाने का तरीका?
गर्मी के मौसम में सत्तू का सेवन करने के फायदें?
लू से बचाव
सत्तू की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मी में सत्तू का शरबत पीने से बॉडी को ठंडक मिलती है और लू लगने का खतरा कम होता है। यह पेट की गर्मी और जलन को भी शांत करता है। नियमित रूप से सत्तू का शरबत पीने से डिहाइड्रेशन से बचने में मदद मिल सकती है।
एनर्जी मिलना
गर्मी में सत्तू का शरबत पीने से बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती है। इसमें मौजूद प्रोटीन और कार्ब्स से मिलने वाले फटाफट एजर्नी के कारण यह बेहतरीन एनर्जी ड्रिंक साबित होता है। इसमें मौजूद आयरन बॉडी में एनर्जी लेवल बढ़ाने का काम करता है। इसीलिए सत्तू का शरबत पीने से थकान और कमजोरी दूर होती है और दिनभर एक्टिव रहने में मदद मिलती है।
डाइजेशन सिस्टम बेहतर होना
फाइबर से भरपूर होने के कारण सत्तू के शरबत का डाइजेशन सिस्टम को बेहतर करता है। इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है और एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी परेशानियां कम होती है।
वजन घटाने में सहायक
सत्तू के शरबत वेट कंट्रोल करने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट को भरा रखने में मदद करता है और बार बार खाने से बचने में मदद मिलती है। सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी लो होता है इसलिए डायबिटीज के मरीज भी इसका सेवन कर सकते हैं।
इस तरह से बनाया जाता है सत्तु था शरबत
सत्तू का शरबत बनाने के लिए 4 चम्मच सत्तू पाउडर को 2 कप पानी डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। इसके बाद इसमें भुना हुआ जीरा का पाउडर, प्याज, काला नमक, पुदीना और हरा धनिया मिलाएं। अब इसमें एक चम्मच नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। लीजिए तैयार है सत्तू का नमकीन शरबत तैयार है। सत्तू में चीनी मिलाकर मीठा शरबत भी बनाया जा सकता है। खासकर बच्चों को मीठा शरबत ज्यादा पसंद आता है।