
मिचुआंग तूफान
चेन्नई । तूफान मिचुआंग (typhoon michuang) के दौरान भारत की प्रमुख समुद्री एजेंसी तटरक्षक बल (ICG) ने तेजी से कार्रवाई कर समुद्र में कोई नुकसान होने से बचाया। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि तीन हजार नौकायें और उन पर सवार मछुआरे सुरक्षित वापस लौट सके। यह तूफान आंध्र प्रदेश में भूस्खलन (landslide In Andhra pradesh) से पहले उत्तरी तमिलनाडु तट (Northern Tamil Nadu coast) पर अभूतपूर्व बारिश का कारण बना।
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चक्रवात के दौरान कुल मिलाकर आठ आईसीजी जहाजों और दो विमानों को तैनात किया गया था जिन्होंने तूफानी समुद्र का सामना किया और लगभग 3,000 नौकाओं की बंदरगाह तक सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश (Andhra pradesh) के तटीय जल में बहादुरी से गश्त की।
आईसीजी ने क्षेत्र में सैकड़ों व्यापारिक जहाजों को सलाह देने के अलावा, केजी बेसिन में तेल रिगों पर काम करने वाले सभी कर्मियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की। आईसीजी के सतत प्रयासों से चक्रवात मिचौंग के दौरान समुद्र में जान-माल की शून्य हानि सुनिश्चित की।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि चक्रवात मिचौंग दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में बना है और उत्तरी तमिलनाडु तट के समानांतर गुजरा और मंगलवार को नेल्लोर और मछलीपट्टनम (Machilipatnam) के बीच समुद्र तट पर विनाशकारी क्षति के साथ भूस्खलन हुआ