बांग्लादेश घटनाक्रम पर पीएम मोदी के आवास पर देर रात बैठक

भारत-बांग्लादेश सीमा पर रात में कर्फ्यू लागू,ममता बनर्जी ने बंगाल में शांति बनाए रखने की अपील 

नई दिल्ली,(Shah Times) । भारत की केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की सोमवार देर रात हुई बैठक में पड़ोसी देश बंगलादेश में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम और प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत आने के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने देर रात बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उनके आवास पर सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक हुई। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बंगलादेश के राजनीतिक घटनाक्रम और इसके बाद उत्पन्न स्थिति की जानकारी दी गई।बैठक में मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया

 मेघालय सरकार ने पड़ोसी देश बंगलादेश के राजनीतिक घटनाक्रम के मद्देनजर सोमवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर रात में कर्फ्यू लगा दिया तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अतिरिक्त बल तैनात किए हैं।

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि मेघालय सरकार ने बंगलादेश के घटनाक्रम के कारण किसी भी तरह के प्रभाव को रोकने के लिए कदम उठाए हैं। गृह मामलों के प्रभारी उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसॉन्ग ने आज शाम मुख्य सचिव डोनाल्ड फिलिप्स वाहलांग, पुलिस महानिदेशक इदाशिशा नोंग्रांग और अन्य अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की और भारत-बंगलादेश सीमा से लगे संबंधित जिलों के उपायुक्तों को स्थिति में सुधार होने तक भारतीय क्षेत्र के 200 मीटर के दायरे में रोजाना शाम 06 बजे से सुबह 06 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने भारतीय क्षेत्र की सुरक्षा के लिए नौ बटालियनों की मांग की है और केंद्र अधिक अर्धसैनिक बल भेजेगा। उन्होंने कहा कि मेघालय पुलिस भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के 444 किलोमीटर क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए बीएसएफ की सहायता करेगी।

बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रवि गांधी ने यूनीवार्ता को बताया, “हमने सीमा को सुरक्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सीमा को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बलों को सीमा पर भेजा गया है और राज्य पुलिस दूसरी सीमा पर है। हमने खुफिया तंत्र को और मजबूत किया है और क्षेत्र में कई खुफिया एजेंसियों और राज्य पुलिस के साथ खुफिया जानकारी साझा की जा रही है। हम अपने समकक्ष बीजीबी (बॉर्डर गार्ड बंगलादेश ) के संपर्क में हैं और हमारा निगरानी ग्रिड भी मजबूत हुआ है और संवेदनशील क्षेत्रों को भी मजबूत किया गया है।” उन्होंने कहा, “हम किसी भी व्यक्ति को सीमा पार करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। वे केवल वैध पासपोर्ट के जरिए ही भारत में प्रवेश कर सकेंगे।”

कोलकाता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को पड़ोसी मुल्क बंगलादेश में हुए घटनाक्रम के बाद बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

सुश्री ​​बनर्जी ने कहा, “किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह दो देशों के बीच का मामला है, हम केंद्र सरकार द्वारा लिए जाने वाले किसी भी फैसले का समर्थन करेंगे।”उन्होंने कहा, “हम केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार काम करेंगे। मैं राजनीतिक नेताओं सहित सभी से आग्रह करती हूं कि वे ऐसा कुछ भी कहने या करने से बचें, जिससे यहां सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचे…।”उल्लेखनीय है कि बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सैन्य तख्तापलट के बाद रविवार को बढ़ती हिंसा के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया और भारत के लिए रवाना हो गईं। हिंसा में रविवार को पुलिस कर्मियों और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों सहित 99 लोगों की जान चली गई। पिछले महीने से बंगलादेश में छात्रों द्वारा सरकारी नौकरियों में कोटा (आरक्षण) प्रणाली को समाप्त करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने के कारण हुई झड़पों में 300 से अधिक लोग मारे गए हैं।

 

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