
District administration activates control room in Muzaffarnagar amid India-Pakistan border tension – Shah Times Report
डीएम वार रूम सक्रिय: मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने जारी की आपातकालीन गाइडलाइन, कंट्रोल रूम नंबर जारी
भारत-पाक तनाव के मद्देनजर मुजफ्फरनगर में कंट्रोल रूम सक्रिय। प्रशासन ने जारी की ब्लैकआउट गाइडलाइन, राहत शिविर, मॉक ड्रिल और 24×7 हेल्पलाइन नंबर की जानकारी।
मुजफ्फरनगर | (Shah Times)– भारत-पाकिस्तान सीमा पर उत्पन्न हुए तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष (Control Room) को सक्रिय कर दिया है। इस आपात व्यवस्था का उद्देश्य है – नागरिकों को त्वरित सूचना, सहयोग और सहायता मुहैया कराना।
कंट्रोल रूम 24×7 क्रियाशील, नंबर जारी
जिला प्रशासन द्वारा निम्न आपातकालीन संपर्क सूत्र जारी किए गए हैं, जिन पर नागरिक किसी भी समय सहायता प्राप्त कर सकते हैं:
- 0131-2436918
- 1077 (टोल-फ्री)
- 9412210080 (मोबाइल)
प्रशिक्षित कर्मचारियों की टीम इन नंबरों पर 24 घंटे तैनात रहेगी। किसी भी आपात स्थिति, संदेहास्पद गतिविधि या सूचना हेतु नागरिक इनसे संपर्क कर सकते हैं।
नोडल अधिकारी की अपील: सतर्क रहें, अफवाहों से बचें
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) श्री गजेन्द्र कुमार, जो इस व्यवस्था के नोडल अधिकारी हैं, ने बताया कि जिले में सभी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। सीमावर्ती व शहरी क्षेत्रों में निगरानी तेज कर दी गई है। अफवाहों से बचने और केवल सरकारी जानकारी पर भरोसा रखने की अपील की गई है।
ब्लैकआउट गाइडलाइन: सुरक्षा रणनीति के तहत अंधेरा जरूरी
ब्लैकआउट कोई सामान्य बिजली कटौती नहीं, बल्कि रणनीतिक सुरक्षा उपाय है। दुश्मन की हवाई निगरानी से बचाव के लिए नागरिकों को रात में रोशनी नियंत्रित करने की सख्त आवश्यकता है।
ब्लैकआउट के दौरान पालन करें ये निर्देश:
- बाहरी लाइटें बंद रखें
- खिड़कियों से प्रकाश बाहर न जाए
- वाहन में न्यूनतम रोशनी का प्रयोग
- मोबाइल स्क्रीन की ब्राइटनेस कम करें
- टॉर्च पर कपड़ा ढककर उपयोग करें
- अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें
ब्लैकआउट की सूचना रेडियो, टीवी, सोशल मीडिया, माइक आदि के माध्यम से दी जाएगी।
जिलेभर में मॉक ड्रिल शुरू
पुलिस, स्वास्थ्य, सेना, शिक्षा व फायर ब्रिगेड सहित कई विभागों के सहयोग से आपदा मॉक ड्रिल शुरू कर दी गई हैं, जिनका उद्देश्य है:
- आपात प्रतिक्रिया की जांच
- विभागीय समन्वय का मूल्यांकन
- जनता को सुरक्षित व्यवहार सिखाना
- स्कूल, कॉलेज, कार्यालयों को आपदा-तैयार बनाना
नागरिकों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
1. अफवाहों से सावधान रहें:
केवल प्रशासनिक और सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें। सोशल मीडिया की अपुष्ट खबरें न फैलाएं।
2. आपात बैग तैयार रखें:
पहचान पत्र, टॉर्च, पानी, सूखा भोजन, प्राथमिक उपचार किट, नकद राशि, बैंक डिटेल की कॉपी, आवश्यक दवाइयाँ आदि अपने पास रखें।
3. राहत शिविर की जानकारी लें:
प्रशासन द्वारा चिन्हित राहत केंद्रों की सूची ग्राम प्रधान, बीएलओ या कंट्रोल रूम से प्राप्त करें।
4. पारिवारिक योजना बनाएं:
सभी को बताएँ कि संचार बंद होने पर कहां मिलना है और किससे संपर्क करना है।
5. विद्यालयों में सतर्कता:
स्कूल प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे। अभिभावक बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करें।
6. विकलांग व बुजुर्गों की मदद करें:
ऐसे लोगों की सूचना तुरंत कंट्रोल रूम को दें। उनके लिए अलग से राहत व सहायता टीम बनाई जा रही है।
प्रशासन की तैयारियां
नोडल अधिकारी के अनुसार, जिला प्रशासन ने निम्न उपाय किए हैं:
- सभी CHC/PHC में दवाओं की आपूर्ति
- एसडीएम स्तर पर आपदा रेस्पॉन्स टीम गठित
- रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, टोल प्लाज़ा पर निगरानी
- सार्वजनिक भवनों को राहत केंद्रों में परिवर्तित
- पशु चिकित्सा विभाग को सक्रिय किया गया
- पेट्रोल पंपों पर आपूर्ति बनाए रखने के निर्देश
मीडिया व जनसंवाद
सभी मीडिया संस्थानों, डिजिटल चैनलों और पत्रकारों से अनुरोध किया गया है कि वे केवल सत्य व प्रमाणित सूचनाएँ ही प्रसारित करें। कंट्रोल रूम से नियमित संपर्क बनाए रखें।
“हम सब एक साथ” — आपदा में जनभागीदारी अनिवार्य
प्रशासन ने कहा कि आपदा की घड़ी में हर नागरिक का योगदान अहम है। सतर्कता, संयम और सहयोग से बड़ी से बड़ी विपत्ति का मुकाबला संभव है।
नोडल अधिकारी का संदेश:
“कृपया घबराएं नहीं। प्रशासन हर स्थिति के लिए तैयार है। संयम, सहयोग और सतर्कता से ही हम सुरक्षित रह सकते हैं। किसी भी जरूरत के लिए कंट्रोल रूम से संपर्क करें।”
जन शिकायत ऐप डाउनलोड करें:
शिकायत हेतु यह मोबाइल ऐप उपयोग करें:
जन शिकायत ऐप डाउनलोड लिंक