नई दिल्ली, (शाह टाइम्स)। देशभर में नीट पेपर लीक केस को लेकर बवाल मचा हुआ है। पेपर लीक मामले में गुस्साए लोगों का जगह-जगह प्रर्दशन भी देखने को मिल रहा हैं। इसी बीच झारखंड से एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पेपर लीक केस में झारखंड के देवघर से पांच शातिरों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे अब पूछताछ की जाएगी। बताया जा रहा है कि इन पांचों का नीट एग्जाम पेपर लीक मामले में बड़ा हाथ हो सकता है।
हजारीबाग के सेंटर से सबसे पहले हुआ लीक पेपर!
झारखंड के अलावा नीट पेपर लीक मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के एक सेंटर से सबसे पहले पेपर लीक हुआ था। दरअसल, पटना में जो जली हुई प्रश्न पत्र की बुकलेट मिली है। उसके आधार पर पता चला है कि हजारीबाग के सेंटर से पेपर लीक हुआ था।
आरोपी सिकंदर यादवेंद्र ने खोली सभी की पोल?
गिरफ्तार नीट पेपर लीक के आरोपी सिकंदर यादवेंद्र ने अपने कबूलनामे में बड़ा खुलासा किया है। उसने 30-32 लाख रुपए में अमित आनंद और नीतीश कुमार से पेपर खरीदा था। जिसके बाद उसने समस्तीपुर के अनुराग यादव, दानापुर पटना के आयुष कुमार, गया के शिवनंदन कुमार और रांची के अभिषेक कुमार को पेपर 40-40 लाख रुपए में बेचा था। यही नहीं पटना के रामकृष्णा नगर में नीट परीक्षा से एक रात पहले 4 मई को पेपर इन चारों अभियर्थियों को रातभर रटवाया गया था।
संजीव मुखिया को तलाश रही पुलिस
वहीं नीट पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया की तलाश में अभी भी पुलिस जुटी हुई है। संजीव मुखिया का बेटा शिव कुमार पहले से ही बीपीएससी पेपर लीक मामले में जेल में बंद है।
आपकों बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में अब तक बिहार में 13 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। पुलिस को शक है कि संजीव मुखिया के तार नीट परीक्षा लीक मामले से भी जुड़े हुए हैं। क्योंकि वो नीट परीक्षा के बाद से ही फरार है। संजीव मुखिया बीते 20 सालों में अनेक परीक्षाओं को लीक करा चुका है, जिस कारण संजीव मुखिया पहले भी जेल जा चुका है।