
BSF senior officers address media on Operation Sindoor, highlighting precision strikes on terror launchpads in PoK. Image courtesy: Shah Times
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक पर निर्णायक प्रहार या कूटनीतिक संतुलन?
भारत की सैन्य सतर्कता और पाकिस्तान की रणनीतिक नाकामी का प्रतीक है ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के आतंकी लॉन्चपैड्स पर सीधा प्रहार किया। BSF के नए वीडियो और प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुआ बड़ा खुलासा। पढ़ें विस्तार से विश्लेषण।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए अमानवीय आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत ने देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया। इसके प्रत्युत्तर में भारत ने शुरू किया — ऑपरेशन सिंदूर। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संप्रभुता, आतंकी विरोधी नीति और पाकिस्तान की दोगली रणनीति के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश है।
आतंक पर ‘सिंदूर’ से सर्जिकल हमला
6-7 मई की रात भारत ने PoK में स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड्स को ध्वस्त कर दिया। BSF और भारतीय सेना ने दावा किया कि इस कार्रवाई में लगभग 100 आतंकवादी मारे गए। हाल ही में जारी BSF के ऑपरेशन सिंदूर वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार आतंकवादी अड्डे पलक झपकते ही आग की लपटों में तब्दील हो गए।
सैन्य विशेषज्ञता की मिसाल: राजस्थान से जम्मू तक
बीएसएफ के राजस्थान फ्रंटियर प्रमुख एमएल गर्ग ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा किए गए 413 ड्रोन हमलों को भारत की एयर डिफेंस ने हवा में ही नाकाम किया। जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर जैसे सीमावर्ती जिलों में एक भी हमला भारतीय भूमि पर असर नहीं डाल सका।
BSF के शशांक आनंद और वरिंदर दत्ता जैसे वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हमारी चौकियों ने सीमा के पार आतंकियों की हरकतें पहले ही भांप ली थीं, और समय से पहले जवाबी कार्रवाई की गई।
महिला शक्ति की अग्रणी भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महिला जवानों ने मुख्यालय लौटने के बजाय सीमा चौकियों पर डटे रहने का निर्णय लिया। उन्होंने न केवल निगरानी रखी बल्कि ऑपरेशनल स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाई। यह साहसिक निर्णय इस बात का संकेत है कि भारतीय सेना अब लिंग के पारंपरिक विभाजनों से ऊपर उठकर समावेशी और आक्रामक रणनीति की ओर अग्रसर है।
रणनीतिक संतुलन और कूटनीतिक चुनौती
भारत का यह सैन्य अभियान पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देता है कि सीजफायर उल्लंघन या आतंकवाद की छाया में छद्म युद्ध स्वीकार नहीं किया जाएगा। हालांकि, कूटनीतिक दृष्टिकोण से यह ऑपरेशन भविष्य में भारत-पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों को और तनावपूर्ण बना सकता है। संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस ऑपरेशन की चर्चा संभव है, लेकिन भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह ‘पहले गोली नहीं चलाएगा, पर जवाब ज़रूर देगा’ की नीति पर कायम है।
पाकिस्तान की कायरता और असफल घुसपैठ रणनीति
BSF ने बताया कि 8 से 10 मई के बीच लश्कर-ए-तैयबा के लूनी, मस्तपुर जैसे लॉन्चपैड नष्ट किए गए, जिससे पाकिस्तान की आतंकी रणनीति को गहरा झटका लगा। पाकिस्तानी रेंजर्स के भागने और ड्रोन से हमला कर बदला लेने की नाकाम कोशिशें इस बात की पुष्टि करती हैं कि पाकिस्तान की नीति अब बौखलाहट और हताशा पर आधारित है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ — एक संकल्प, एक संदेश
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य और राष्ट्रीय नीति का विस्तार है। यह केवल बदला नहीं, बल्कि एक दीर्घकालिक रणनीति है जो आतंकवाद, सीमा पार घुसपैठ और पाकिस्तान की मंशाओं को ध्वस्त करने के लिए तैयार है।
सीमा पर तैनात हर सैनिक, हर महिला कर्मी, हर निगरानी तंत्र अब ‘बदले की नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा’ के लिए कटिबद्ध है।
भारत अब केवल सहने वाला नहीं, निर्णायक प्रहार करने वाला राष्ट्र बन चुका है।
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