
Air India may incur losses up to ₹5,000 crore due to Pakistan's airspace closure. The airline has requested compensation from the Indian government
पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने से एयर इंडिया को भारी नुकसान हुआ है। कंपनी को 50 अरब रुपये तक का घाटा हो सकता है और उसने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
नई दिल्ली (शाह टाइम्स) पाकिस्तान द्वारा भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद किए जाने का सीधा असर एयर इंडिया पर पड़ा है। एयर इंडिया को अब यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अन्य देशों की उड़ानों के लिए लंबा रूट अपनाना पड़ रहा है, जिससे ईंधन खर्च और संचालन लागत में भारी वृद्धि हो गई है। इस कारण कंपनी को अब तक लगभग 60 करोड़ डॉलर (करीब 50 अरब रुपये) के नुकसान का अनुमान है।
एयर इंडिया ने सरकार से मांगा मुआवजा
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, एयर इंडिया ने एक आधिकारिक पत्र के ज़रिए केंद्र सरकार से इस नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। पत्र में बताया गया है कि पाकिस्तान का यह निर्णय कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। एयर इंडिया की उड़ानों को अब वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ रहा है, जिससे यात्रा का समय और लागत दोनों बढ़ गए हैं।
चीन के लिए वैकल्पिक रूट की तलाश
रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया अब चीन के लिए नए वैकल्पिक रूट पर विचार कर रही है। पाकिस्तान के एयरस्पेस से वंचित होने के कारण एशियाई और पश्चिमी देशों के बीच की उड़ानें अब लंबे मार्ग से गुजर रही हैं, जिससे न केवल ईंधन की खपत बढ़ी है, बल्कि अतिरिक्त क्रू की जरूरत भी बढ़ गई है।
एयर इंडिया सबसे ज्यादा प्रभावित
एयरस्पेस बंद होने से सबसे अधिक असर एयर इंडिया पर पड़ा है क्योंकि यह एयरलाइन लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करती है। एयर इंडिया के पत्र में कहा गया है कि अतिरिक्त दूरी और समय के कारण ज्यादा ईंधन की खपत, अधिक क्रू, और रखरखाव जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार से पहले संकेत मिला था
रॉयटर्स के एक सूत्र के अनुसार, सरकारी अधिकारियों ने एयर इंडिया से एयरस्पेस बंद होने के प्रभाव का मूल्यांकन करने को कहा था। उसी के आधार पर कंपनी ने मुआवजे की मांग रखी है।
कंपनी पहले से ही घाटे में
एयर इंडिया, जो अब टाटा ग्रुप के स्वामित्व में है, पहले केंद्र सरकार के अंतर्गत थी। वर्ष 2023-24 में एयर इंडिया को 520 मिलियन डॉलर का घाटा हुआ, जबकि उसकी कुल आय 4.6 बिलियन डॉलर रही।
भारत में 26.5% बाजार हिस्सेदारी
एयर इंडिया की भारत में बाजार हिस्सेदारी 26.5% है और यह यूरोप, अमेरिका और कनाडा जैसे लंबी दूरी के गंतव्यों के लिए प्रमुख रूप से उड़ानें संचालित करती है। एयर इंडिया इंडिगो की तुलना में अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है। सर्कियम एसेंड के आंकड़ों के अनुसार, एयर इंडिया समूह (एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और इंडिगो) ने अप्रैल महीने में नई दिल्ली से यूरोप, मध्य पूर्व और उत्तरी अमेरिका के लिए करीब 1,200 उड़ानें भरीं।