
अलीगढ़ हाईवे पर भीषण हादसा: पुलिस वैन कैंटर में घुसी, दरोगा सहित 5 की मौत, 1 सिपाही गंभीर
अलीगढ़ में सुबह-सवेरे दर्दनाक हादसे में पुलिस वैन कैंटर से टकरा गई। हादसे में दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मियों और एक गैंगस्टर की मौत हो गई, जबकि एक सिपाही गंभीर रूप से घायल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Aligarh,(Shah Times)।उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के थाना लोधा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है, जिसमें पुलिस की वैन खड़े कैंटर में घुस गई। इस हादसे में दरोगा रामसजीवन, सिपाही बालवीर, चंद्रपाल, रघुवीर और मुजफ्फरनगर निवासी गैंगस्टर गुलशनवर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हेड कॉन्स्टेबल शेरपाल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार फिरोजाबाद से बुलंदशहर कोर्ट पेशी के लिए गैंगस्टर गुलशनवर को लेकर जा रही पुलिस वैन जैसे ही लोधा क्षेत्र के चिकावटी मोड़ पर पहुंची, तभी RJ 49 GA 4796 नंबर का एक कैंटर सड़क किनारे खड़ा था। आशंका जताई जा रही है कि पुलिस वैन के चालक को झपकी आ गई, जिससे वाहन का संतुलन बिगड़ा और वह सीधे खड़े कैंटर में घुस गई।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान:
प्रत्यक्षदर्शी दुर्गा पाल ने बताया, “मैं खेत में काम कर रहा था, तभी जोरदार धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। जब मैं मौके पर पहुंचा, तो देखा कि वैन बुरी तरह से कैंटर में घुसी हुई थी। कई पुलिसकर्मी अंदर फंसे थे, वैन का गेट पिचक गया था जिससे उन्हें निकालना मुश्किल हो रहा था।”
एक राहगीर ने बताया, “टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी। मैंने बाइक रोककर जाकर देखा, तो पुलिसकर्मी खून से लथपथ तड़प रहे थे। हमने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की और तुरंत पुलिस को सूचना दी।”
एम्बुलेंस कर्मी की प्रतिक्रिया:
NHAI एम्बुलेंस चालक ने बताया, “घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचा। वहां चार पुलिसकर्मी और एक कैदी मृत पाए गए। एक घायल सिपाही को पहले नजदीकी अस्पताल लाया गया, फिर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।”
पुलिस का आधिकारिक बयान:
SP सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया, “हादसे की जांच की जा रही है। यह घटना चालक को नींद आने, वैन की तेज रफ्तार या खराब सड़क के कारण भी हो सकती है। फोरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं और परिजनों को सूचना दे दी गई है।”
यह हादसा उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक गंभीर चेतावनी है। सवाल उठता है कि कैदियों को ले जाने के लिए सुरक्षा के साथ ड्राइविंग मानकों का कितना पालन हो रहा है। हादसे की विस्तृत जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि जिम्मेदार कौन था।