
Amid rising India-Pakistan tensions and nuclear war threats, learn essential safety measures and survival tips for civilians.
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और परमाणु युद्ध की धमकियों के बीच जानिए आम नागरिकों के लिए सुरक्षा उपाय और बचाव के तरीके।
(शाह टाइम्स) भारत और पाकिस्तान के बीच हालात एक बार फिर बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत द्वारा पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले और पीओके में कार्रवाई के बाद दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध की आशंका गहराती जा रही है। इस्लामाबाद से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अपने भाषण में भारत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है, वहीं रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो न्यूज को दिए बयान में कहा है कि अगर तनाव बढ़ता है तो यह कभी भी परमाणु युद्ध में तब्दील हो सकता है।
भारत की ओर से साफ कहा गया है कि वह एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति है और ‘नो फर्स्ट यूज़’ की नीति पर कायम है। लेकिन पाकिस्तान की बार-बार दी जा रही धमकियों ने आम जनता के बीच चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि यदि किसी कारणवश परमाणु हमला होता है तो आम नागरिकों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
परमाणु हमले की स्थिति में बचाव के उपाय:
अमेरिकी रेड क्रॉस और अन्य वैश्विक संस्थानों ने ऐसे संकट के समय के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
- विस्फोट से दूरी बनाए रखें:
परमाणु विस्फोट रेडियोधर्मी होता है। यदि विस्फोट की चेतावनी पहले मिल जाए, तो इससे जितनी दूरी बना पाएंगे, उतना ही सुरक्षित रहेंगे। भूमिगत आश्रयों का चयन करना सबसे प्रभावी होता है जैसे कि बेसमेंट या मेट्रो स्टेशन। - शील्ड का प्रयोग करें:
अपने आसपास ऐसी चीजें रखें जो विकिरण से बचाव कर सकें। कंक्रीट, ईंटें, मोटी किताबें या पैक की गई मिट्टी विकिरण के असर को कम कर सकती हैं। - समय का ध्यान रखें:
विस्फोट के बाद पहले दो हफ्ते सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं क्योंकि तब विकिरण का स्तर उच्चतम होता है। इसके बाद यह धीरे-धीरे कम होता जाता है। इसलिए कम से कम 14 दिन तक आश्रय में रहना आवश्यक है। - आपातकालीन किट तैयार रखें:
घर में एक आपातकालीन किट तैयार रखें जिसमें पानी, सूखा भोजन, आवश्यक दवाइयां, बैटरी चलित रेडियो, फ्लैशलाइट आदि हों। - परिवार के लिए योजना बनाएं:
इसमें तय करें कि अगर परिवार के सदस्य अलग-अलग हों तो कहां मिलेंगे, एक-दूसरे से संपर्क कैसे करेंगे, और क्या करें अगर मोबाइल नेटवर्क फेल हो जाए। - स्थानीय अलर्ट सिस्टम से जुड़े रहें:
स्थानीय प्रशासन सायरन, आपातकालीन संदेश या रेडियो प्रसारण के माध्यम से चेतावनी दे सकता है। सुनिश्चित करें कि आप इन माध्यमों से जुड़े हैं और समय पर जानकारी प्राप्त कर सकें।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर परमाणु युद्ध की आशंका भले ही एक दूर की संभावना हो, लेकिन सतर्क और जागरूक रहकर हम किसी भी आपात स्थिति में अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।