
राहुल गांधी ने बजट 2025-26 को आर्थिक दिवालियापन बताया, कहा- सरकार के पास कोई ठोस सुधार प्रस्ताव नहीं
राहुल गांधी ने बजट 2025-26 को सरकार के वैचारिक दिवालियापन की संज्ञा दी और कहा कि इसमें अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने इसे गोली के घाव पर मरहम लगाने जैसा करार दिया।
नई दिल्ली (शाह टाइम्स) — लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट 2025-26 को आर्थिक क्षेत्र में सरकार के वैचारिक दिवालियापन की संज्ञा देते हुए शनिवार को कहा कि इस बजट में अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने बजट को गोली के घाव पर मरहम लगाने जैसा प्रयास बताया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें कुछ नया नहीं था और यह किसी प्रकार के अर्थव्यवस्था को सुधारने के प्रयास के रूप में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें जो कदम उठाए गए हैं, वे गोलियों के घावों के लिए बैंडेज जैसे हैं।
श्री गांधी ने अपनी बजट प्रतिक्रिया में कहा, “हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए एक आदर्श बदलाव की आवश्यकता है, लेकिन यह सरकार विचारों से दिवालिया है, और इसका समाधान इस बजट में कहीं दिखाई नहीं देता।”