देर रात से हो रही बारिश के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत गिर गई, जिसकी चपेट में कई टैक्सियां और कारें आ गईं और इनमें बैठे छह लोग घायल हो गए।
New Delhi, (Shah Times)। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गुरुवार देर रात से हो रही बारिश के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत गिर गई, जिसकी चपेट में कई टैक्सियां और कारें आ गईं और इनमें बैठे छह लोग घायल हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना शुक्रवार को तड़के पांच बजे घटित हुयी। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। दमकल सेवा के अधिकारियों ने बताया कि टर्मिनल-1 की छत की शीट के अलावा सपोर्ट बीम भी ढह गया है। इससे टर्मिनल के पिक-अप और ड्रॉप एरिया में खड़ी कारों को नुकसान पहुंचा। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हवाई अड्डा पर दमकल की तीन गाड़ियां मौजूद हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा, “मैं निजी तौर पर हालात पर नजर रख रहा हूं। सभी एयरलाइंस को टर्मिनल-1 पर प्रभावित यात्रियों की सहायता करने की सलाह दी गई है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव टीमें काम कर रही हैं। बचाव अभियान अभी भी जारी है।”
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को मानसून पूर्व की पहली बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश के कारण रातभर में दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलजमाव हो गया, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय राजधानी में कुछ जगहों पर तीन से चार फीट तक पानी भर गया है। दिल्ली में मिंटो रोड पर भारी जलजमाव के बीच एक गाड़ी पूरी तरह डूब गई है। इसके अलावा के शांति पथ सहित विभिन्न इलाकों में सड़कों पर भारी जलभराव हो गया है।
मानसून ने गुरुवार (27 जून) को उत्तर भारत के तीन राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में दस्तक दी। मानसून ने गुरुवार को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पंजाब के कुछ हिस्सों को कवर कर लिया। गौरतलब है कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून 11 जून से ही पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में रुका हुआ था।
दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में मानसून 27 से 30 जून तक एंट्री ले सकता है। मानसून तीन जुलाई तक दिल्ली को पूरी तरह कवर कर लेगा। मौसम विभाग के अनुसार पांच से आठ जुलाई तक हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान पूरी तरह कवर हो जाएंगे।