
पूर्व हिस्ट्रीशीटर को गनर देने पर SHO सस्पेंड
DCP ने हटवाया था, इंस्पेक्टर ने थाने का चार्ज लेते ही दे दिया गनर
गाजियाबाद । जनपद गाजियाबाद में लोनी थाने के SHO अनिल राजपूत सस्पेंड हुए हैं। आरोप है कि SHO ने थाने के एक पुराने हिस्ट्रीशीटर चाहतराम को अवैध तरीके से एक गनर दे दिया था। जांच में ये बात पुष्ट हुई। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने गुरुवार देर रात SHO को सस्पेंड कर दिया है।
DCP विवेक चंद्र यादव ने बताया, चाहतराम लोनी थाने का पुराना हिस्ट्रीशीटर रहा है। साल 2022 के बीच में उसकी हिस्ट्रीशीट बंद हुई थी। SHO अनिल राजपूत ने दिसंबर-2023 में कार्यभार संभालने के बाद चाहतराम को थाने से एक गनर दे दिया। नियम है कि गनर के लिए जिला स्तरीय समिति का एप्रवूल होना चाहिए, लेकिन SHO ने ऐसा कुछ नहीं किया। मामला संज्ञान में आने के बाद SHO अनिल राजपूत को सस्पेंड कर दिया गया है।
पूर्व हिस्ट्रीशीटर, ब्लॉक प्रमुख पति और विधायक को भी दे रखे थे एक-एक गनर
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सूत्रों ने बताया कि चाहतराम को करीब 3 साल से कभी न कभी गनर मिलता रहा है। DCP ने बताया, मैंने पूर्व में भी चाहतराम से गनर हटवाया था, लेकिन एसएचओ अनिल राजपूत ने गुपचुप तरीके से उसको पुनः गनर दे दिया। इस मामले में एसएचओ के खिलाफ विभागीय जांच भी आरंभ कर दी गई है।
उधर, सूत्रों ने बताया, लोनी थाने से तीन लोगों को अवैध तरीके से एक-एक गनर मिले हुए थे। इसमें चाहतराम के अलावा क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर और ब्लॉक प्रमुख पति कोमल गुर्जर का नाम भी सामने आ रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि फिलहाल तीनों के ही गनर हटा लिए गए हैं।
अनिल राजपूत पर नोएडा में हुई थी FIR SHO अनिल राजपूत नोएडा में भी अपनी पोस्टिंग के दौरान विवादित रहे हैं। इन पर एक लॉ स्टूडेंट्स को पीटने, रुपए वसूलने और जेल भेजने का आरोप लगा था। DGP के आदेश पर SHO समेत कई पुलिसकर्मियों पर FIR भी हुई थी। जिसके बाद आनन-फानन में अनिल राजपूत का तबादला जिला गाजियाबाद के लिए कर दिया गया था। रसूखदार SHO अनिल राजपूत ने आने के तुरंत बाद ही गाजियाबाद के मलाईदार थाने लोनी में पोस्टिंग पाई थी।