
रूस के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया। पीएम मोदी के ये दोनों दौरे काफी महत्वपूर्ण रहे और वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय रहे।
नई दिल्ली,(शाह टाइम्स) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यूक्रेन दौरे के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के साथ शांति वार्ता में भारत, चीन और ब्राजील मध्यस्थ की भूमिका में रह सकते हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हालांकि, हमारा मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना है। रूसी सेना धीरे-धीरे कुर्स्क से यूक्रेनी सेना को पीछे धकेल रही है। आपको बता दें कि पुतिन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्धग्रस्त यूक्रेन और उससे पहले रूस का दौरा किया था। पीएम मोदी के ये दोनों दौरे काफी अहम थे और वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय रहे थे।
जुलाई में पीएम मोदी रूस के दौरे पर गए थे। उनका यह दौरा नाटो शिखर सम्मेलन के बीच में हुआ था। इस दौरान पीएम मोदी की राष्ट्रपति पुतिन से गले मिलने की तस्वीरें खूब चर्चा में रहीं। इस दौरान मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को याद दिलाया कि शांति का रास्ता युद्ध के मैदान से नहीं निकलता। इस दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से भी सम्मानित किया। लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की उनके दौरे से नाराज थे और उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के बाद यूक्रेन के दौरे पर गए थे. वे पोलैंड से ट्रेन के ज़रिए कीव पहुंचे थे. पीएम मोदी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ यूक्रेन के राष्ट्रीय संग्रहालय पहुंचे थे. इस मुलाक़ात की कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें दोनों नेता भावुक होते नज़र आए थे. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन को बिना समय बर्बाद किए शांति की बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि समाधान का रास्ता बातचीत से ही निकलता है, संवाद-कूटनीति से ही निकलता है. और हमें बिना समय बर्बाद किए इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए. जेलेंस्की से ये कहने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें इस मुसीबत से निकलने में मदद का भरोसा भी दिलाया था.
इस दौरान पीएम मोदी ने जेलेंस्की से कहा कि कुछ समय पहले मैं राष्ट्रपति पुतिन से मिला था और मीडिया के सामने मैंने उनकी आंखों में आंखें डालकर उनसे कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है. मैं हाल ही में एक बैठक के लिए रूस गया था. वहां मैंने साफ तौर पर कहा था कि कहीं भी कोई समस्या युद्ध के मैदान पर हल नहीं होती है. भारत लगातार रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को रोककर शांति की अपील कर रहा है. भारत लगातार इस मामले को जल्द से जल्द शांत करने के पक्ष में है. उन्होंने यूक्रेन दौरे पर जेलेंस्की को यह भी ऑफर दिया कि भारत शांति के प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है. उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत शांति के हर प्रयास में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।