
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। बीजेपी की बैठक में 15 संभावित नामों की लिस्ट तैयार की गई है। 19 या 20 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। पढ़ें पूरी खबर।
दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन? संभावित नामों की लिस्ट और शपथग्रहण की तारीख तय
दिल्ली में मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से लौटते ही बीजेपी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। सूत्रों के अनुसार, 17-18 फरवरी को विधायक दल की बैठक हो सकती है, जिसमें 48 विधायकों में से 15 नामों की सूची तैयार की जाएगी। इनमें से 9 विधायकों को मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है।
मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में कौन-कौन शामिल?
बीजेपी के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर कई नामों की चर्चा हो रही है। इनमें सबसे प्रमुख नाम ये हैं:
रेखा गुप्ता – पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता आरएसएस से जुड़ी रही हैं और तीन बार पार्षद रह चुकी हैं।
शिखा राय – तीन बार की विधायक, जिन्होंने ग्रेटर कैलाश सीट से कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज को हराया है।
प्रवेश वर्मा – दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं और दो बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं।
मोहन सिंह बिष्ट – छह बार के विधायक, पहाड़ी समुदाय से आते हैं और आरएसएस से गहरी जुड़ाव रखते हैं।
विजेंद्र गुप्ता – तीन बार विधायक और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।
सतीश उपाध्याय – ब्राह्मण समुदाय से आते हैं और दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
आशीष सूद – गोवा बीजेपी के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर के सह-प्रभारी हैं।
पवन शर्मा – उत्तर नगर से विधायक, संगठन में गहरी पकड़ रखते हैं।
19 या 20 फरवरी को हो सकता है शपथग्रहण
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में नई सरकार का शपथग्रहण समारोह 19 या 20 फरवरी को हो सकता है। इससे पहले 17 या 18 फरवरी को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर बनाया नया रिकॉर्ड
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों पर सिमट गई, जबकि कांग्रेस लगातार तीसरी बार खाता खोलने में नाकाम रही।
‘मोहल्ला क्लीनिक’ का नाम बदलने की तैयारी
बीजेपी सरकार मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ करने की योजना बना रही है। इस बदलाव के तहत न केवल नाम बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार किए जाएंगे।
आप नेताओं पर कानूनी शिकंजा कसने के संकेत
बीजेपी सरकार बनने से पहले ही आम आदमी पार्टी के कई नेताओं पर कानूनी शिकंजा कसने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। गृह मंत्रालय ने पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस चलाने के लिए राष्ट्रपति से अनुमति मांगी है। साथ ही, सीएजी की रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और अन्य आप नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नए मुख्यमंत्री का ऐलान जल्द होगा और सरकार बनते ही कई नीतियों में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।