
Jaffar Express true story
नई दिल्ली (Shah Times): पाकिस्तान के बलूचिस्तान में चल रहा आपरेशन खत्म हो चुका है। लेकिन इस हमले के बाद भी पाकिस्तान की आंखों के आगे लग पर्दा खुलने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कल पाकिस्तान ने हमले के पीछे की साजिश का हवाला देकर भारत का नाम ले दिया जिस पर पाकिस्तान की पूरी दुनिया में फिर से किरकिरी होने शुरू हो चुकी है।
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान वो देश है जो पूरे विश्व में आतंक का पर्याय बन चुका है। लेकिन पाकिस्तान की बेशर्मी तो देखिये वो अपनी हरकतो से बाज नहीं आ रहा है। लेकिन जैसे ही इस मामले में भारत एंट्री हुई ऑपरेशन खत्म हो गया। आप समझ सकते हैं भारत की विश्व के सामने ताकत क्या है।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि ट्रेन अपहरण कांड के पीछे भारत है। शहबाज शरीफ के इस नामसमझ सलाहकार ने कहा है कि भारत के साथ तालिबान भी इस पूरी घटना में शामिल है और भारत ने तालिबान की मदद से ऑपरेशन करवाया है। मामले में दिलचस्प मोड़ तब सामने आया जब पाकिस्तान की तरफ से ऐसा बयान आने पर खुद वहां की जनता ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिये।
पाकिस्तानी जनता भी यह जानती है कि पाकिस्तान की सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए बिना किसी कारण भारत का नाम घसीटा है। पाकिस्तान में कुछ भी हो जाए ये उसका आरोप भारत पर लगाता है क्योंकि ये यहां के हुकमरान जानते हैं कि भारत का नाम लेंगे तो पाकिस्तान की जनता समर्थन करेगी।
पाकिस्तान ने खास कारण से भारत का नाम लिया। कैसे कुछ बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तान के कई सैनिकों को मार गिराया। पाकिस्तान के क्वेटा स्टेशन पर 200 ताबूत मंगवाए गए थे। इसका सीधा मतलब यह है कि भारी में पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है।
इससे पता चलता है कि बलूचिस्तान ने भारी संख्या में पाकिस्तानी सैनिकों को मारा है बल्कि पाकिस्तान में ही पाकिस्तान पर हमला करवा दिया। बलूच लिबरेशन आर्मी ने खुद ही एक फर्जी खुफिया सूचना फैलाई कि बलूच लड़ाके क्वेटा में एक बड़ा हमला करने वाले हैं। नतीजा ये हुआ कि बलूचिस्तान के अलग अलग इलाकों में तैनात पाकिस्तानी सेना क्वेटा पहुंच गई।