
In Bareilly, a woman, along with her lover, murdered her husband by poisoning and strangling him, staging it as a suicide. Read the full shocking story
बरेली में पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर दी। पहले जहर देकर बेहोश किया, फिर गला दबाकर आत्महत्या का रूप दिया। जानिए पूरा मामला।
बरेली (शाह टाइम्स):उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। मेरठ में पति की हत्या कर शव के टुकड़े करने वाली मुस्कान की खबर से लोग अभी उबरे भी नहीं थे कि अब बरेली से एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। और हैरानी की बात ये है कि हत्या के बाद वो इस तरह रोने लगी जैसे सबसे बड़ी दुखियारी वही हो।
16 साल पुराना रिश्ता बना नफरत का सबब
फतेहगंज पश्चिमी इलाके में रहने वाले केहर सिंह की शादी 16 साल पहले रेखा नाम की महिला से हुई थी। उनके चार बच्चे भी हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से रेखा के पिंटू नामक युवक से अवैध संबंध थे। दोनों का रिश्ता इस कदर गहराया कि उन्होंने मिलकर केहर सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
13 अप्रैल की रात को रचा गया खूनी खेल
वारदात वाली रात रेखा ने पहले अपने पति के खाने में ज़हर मिलाया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसने अपने प्रेमी पिंटू को घर बुलाया। दोनों ने मिलकर बेहोश केहर सिंह का गला दबा दिया। जब उसकी मौत हो गई, तो सबूत मिटाने और इसे आत्महत्या दिखाने के लिए शव को रस्सी से पंखे पर लटका दिया। फिर रेखा ने शोर मचाना शुरू कर दिया ताकि लोगों को लगे कि घटना के बारे में उसे कुछ नहीं पता।
साजिश की परतें खुलीं, पत्नी ने कबूला जुर्म
मृतक के भाई अशोक को पहले से ही रेखा पर शक था। उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने रेखा और पिंटू को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों टूट गए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।
शादीशुदा जिंदगी में क्यों बढ़ रहा अपराध का ग्राफ?
इस मामले ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है — जब रिश्ते बिगड़ते हैं तो लोग अलग क्यों नहीं हो जाते? अपराध का रास्ता क्यों चुनते हैं? मेरठ की मुस्कान और बरेली की रेखा जैसी घटनाएं समाज को झकझोर रही हैं। कहीं न कहीं रिश्तों में संवाद की कमी, असंतोष और असंयम ही इन अपराधों को जन्म दे रहे हैं।
पुलिस की सख्ती और समाज की सोच दोनों ज़रूरी
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन ऐसी घटनाओं की रोकथाम केवल सख्त कानून से नहीं हो सकती। ज़रूरत है सामाजिक जागरूकता की, रिश्तों में पारदर्शिता की और समय रहते समस्याओं को समझकर हल निकालने की।