
नाखून चबाने की इस आदत को मेडिसिन की भाषा में ओन्कोफेजिया कहा जाता है। यह एक ऐसी आदत है, जो कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकती है। दरअसल नाखून चबाने से कई हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस पेट में पहुंच जाते हैं और पेट में पहुंचकर इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। तो चलिए आज हम इस खबर में इस आदत से कैसे छुटकारा पाया जाए, इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
नेल बाइटिंग यानी नाखून चबाना एक ऐसी आदत है, जो आपने किसी अपने या आसपास बहुत से लोगों में देखी होगी। कुछ लोगों को यह आदत बचपन से लग जाती है। जो जवानी तक उनका पीछा नहीं छोड़ती। लेकिन क्या आप जानते हैं ये एक आदत कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।
बता दे कि नाखून चबाने की इस आदत को मेडिसिन की भाषा में ओन्कोफेजिया कहा जाता है। यह एक ऐसी आदत है, जो कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकती है। दरअसल नाखून चबाने से कई हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस पेट में पहुंच जाते हैं और पेट में पहुंचकर इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। तो चलिए आज हम इस खबर में इस आदत से कैसे छुटकारा पाया जाए, इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
क्यों पड़ जाती है नाखून चबाने की आदत
डॉक्टर अखिलेंद्र सिंह कहते हैं कि नाखून चबाने की आदत एक तरह का कंपल्सिव बिहेवियर है यानी किसी काम को लगातार करने से खुद को रोक न पाने की लत। नाखून चबाने की आदत के कई कारण हो सकते हैं। इसे बच्चे माता-पिता या घर के अन्य सदस्यों को देखकर सीखते हैं, जो उम्र बढ़ने के साथ एक लत बन सकती है। अधिकांश लोग चिंता या अवसाद की स्थिति में नाखून चबाते हैं। वहीं कुछ लोग बैचेनी, डर या एंग्जाइटी की वजह से भी नाखून चबाते हैं।
हालांकि कई रिसर्च में यह दावा किया गया है कि जिन माता-पिता में नाखून चबाने की आदत होती है, उनके बच्चों में नाखून चबाने की आदत होने की संभावना अन्य बच्चों की तुलना में तीन या चार गुना अधिक हो सकती है।
नाखून चबाने से होने वाली परेशानियां
नाखूनों के अंदरूनी हिस्से में बैक्टीरिया छिपे रहते हैं। यह बैक्टीरिया खाना खाने से, कान या बालों में हाथ डालने से या किसी संक्रमित चीज को छूने से नाखूनों में आ सकते हैं। यह बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों के बीच फंस सकते हैं, जो ओरल हेल्थ के लिए नुकसानदायक हैं। वहीं जब यह बैक्टीरिया पेट में चले जाते हैं तो इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही स्किन को भी नुकसान पहुंचता है।
नाखून चबाने से कैसे पाएं छुटकारा
डॉ. अखिलेंद्र सिंह बताते हैं कि किसी भी आदत को बदलना कठिन होता है। अगर लंबे समय से कोई आदत हो तो उससे छुटकारा पाने में समय लग सकता है। आमतौर पर नाखून चबाने की आदत बचपन से ही शुरू होती है, जो एडल्ट होने पर भी बनी रहती है।
नाखून चबाने की आदत से छुटकारा पाने के लिए बालों की तरह अपने नाखूनों की नियमित देखभाल करें। उन्हें नियमित काटें और साफ-सफाई का ध्यान रखें। बहुत लंबे नाखून रखने से बचना चाहिए। जब आप अपने नाखूनों की नियमित देखभाल करेंगे तो नाखूनों को चबाने से बचेंगे।
किसी भी आदत से छुटकारा पाने के लिए पहला कदम उसके प्रति जागरूक होना है। नाखून चबाने का कारण बोरियत, तनाव या चिंता जैसे मानसिक ट्रिगर हो सकते हैं। इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि आप अपने नाखून कब और क्यों चबाते हैं। अपने ट्रिगर्स को समझने की कोशिश करें। इसके बाद इस आदत से छुटकारा पाने में काफी मदद मिल सकती है।
आपको बता दें कि बच्चों को नाखून चबाने से स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि बच्चे खेल-कूद में अपने हाथ गंदे कर लेते हैं। बच्चों के नाखून चबाने की आदत के पीछे कारण बोरियत या भूख लगना होता है। इसलिए बच्चों का ध्यान भटकाने के लिए उन्हें इंडोर या आउटडोर एक्टिविटी में व्यस्त रखें। ताकि वह अपने हाथ मुंह की तरफ न ले जाएं। इसके अलावा बच्चे को लंबे समय तक भूखा न रहने दें। माता-पिता बच्चों के नाखूनों को बड़ा न होने दें। नियमित उनकी साफ-सफाई रखें।