
ऋषिकेश स्थित एक दुकान से दो दिन पूर्व खरीदा था शेलेंद्र भटट ने चाकू ,वारदात को अंजाम देने की पूर्व में ही योजना को अमली जामा पहनाया था
देहरादून,मयूर गुप्ता (शाह टाइम्स )। विगत दिवस रायवाला तीन पानी पुल के नीचे दरोगा की पुत्री की बेरहमी से गर्दन पर धाारदार हथियार से वार कर हत्या करने वाले हत्यारोपी ने दो दिन पूर्व ही पूरी वारदात को अंजाम देनेे के लिए उसकी रिर्हसल की थी और दो दिन पूर्व ही उसने ऋषिकेश स्थित एक व्यापारी के प्रतिष्ठान से युवती की हत्या को जिस चाकू से अंजाम दिया था उसे खरीदा था। अब पुलिस उक्त व्यापारी से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि सोमवार की सुबह पुलिस अधिकारियों में उस समय हडकंप मच गया जब उन्हे सूचना मिली थी कि ऋषिकेश और रायवाला के बीच तीन पानी पुलिया के नीचे खून से लथपथ एक युवती का शव पड़ा है।
जानकारी के बाद एसएसपी अजय सिंह और एसपी देहात लोकजीत सिंह के अलावा कई थाने का पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया था।इसी दौरान एसएसपी ने घटनास्थल पर साक्ष्य एकत्र करने के लिए फ़ोरेंसिक टीम को मौके पर बुलवाकर वहां से साक्ष्य एकत्र करवाएं थे।
फ़ोरेंसिक टीम ने पाया थ कि युवती की गर्दन पर किसी तेजधाारदार वाले हथियार से कई वार कर उसकी हत्या को अंजाम दिया गया था। घटनास्थल पर पुलिस अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि मृतक का नाम आरती डाबराल था और वह विभाग में तैनात उपनिरीक्षक शिव प्रसाद डबराल की पुत्री थी वह अपने परिवार के साथ ऋषिकेश के आईडीपीएल बीस बीधाा गली नंबर दो में अपने परिवार के साथ निवास करती थी।
सूत्र बताते है कि आरती डबराल को मौत के घाट उतारने वाले हत्यारोपी शेलेंद्र भटट ने वारदात को अंजाम देने से दो दिन पूर्व ही पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने का तानाबाना बुन लिया था। उन्होंने बताया कि आरोपी ने ऋषिकेश स्थित एक व्यापारी के प्रतिष्ठान से दो दिन पूर्व ही एक चाकू खरीदा था। उन्होंने बताया कि उक्त चाकू से ही शौलेंद्र भटट ने आरती डबराल की उसकी गर्दन पर कई वार कर हत्या कर दी थी।
सूत्र बताते है कि हत्यारोपी ने सोची-समझी साजिश के तहत पूरी वारदात को अंजाम दिया था। शौलेंद्र भटट ने आरती को इस बात का अहसास ही नहीं होने दिया कि वह उसकी जिंदगी को छिनने का काम करने वाला है। चाकू खरीदने के बाद भी वह आरती के संर्पक में रहा और उससे लगातार बाते करता रहा था।
इस संबंध में जब एसएसपी अजय सिंह से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि जिस व्यापारी के प्रतिष्ठान से चाकू खरीदा गया था उसके बयान अंकित किए जाएगे।
जब तक चीला नहर से लाश बरामद नहीं हो जाती आरोपी जीवितः अजय सिंह
दरोगा शिव प्रसाद डबराल की लड़की आरती की चाकुओं से गोदकर हत्या करने और स्वयं हरिद्वार के चीला नहर में कूद जाने वाले हत्यारोपी के संबंध में एसएसपी ने बताया कि जबतक आरोपी की लाश बरामद नहीं हो जाती तबतक वह जिंदा है और पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है।
वरिष्ठ पुलिस अधाीक्षक अजय सिंह ने मंगलवार को अपने कार्यालय में जानकारी देते हुए बताया कि दरोगा की लड़की आरती की चाकुओं से गोदकर निर्मम तरीके से हत्या करने और बाद में स्वयं की जिंदगी समाप्त करने के लिए चीला नहर में कूदने वाले हत्यारोपी शेलेंद्र भटट के संबंध में बताया कि एसडीआरएफ़ और स्थानीय गोताखोर चीला नहर में उतरे हुए है और आरोपी शौलेंद्र भटट की लाश को बरामद करने में दिन रात एक किए हुए है।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने कहा जब तक चीला नहर से लाश बरामद नहीं हो जाती दरोगा की पुत्री की आरोपी जीवित माना जाएगा
एसएसपी ने बताया कि चौबीस घण्टे से अधिक का समय व्यतीत हो जाने के बाद भी हत्यारोपी की लाश बरामद नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि जब तक चीला नहर से हत्यारोपी की लाश बरामद नहीं हो जाती वह पुलिस की नजरों में जिंदा है और पुलिस उसकी तलाश में दिन रात एक किए हुए है।
उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई कि हो सकता है कि पुलिस को धाोखा देने के लिए हत्यारोपी शेलेंद्र भटट चीला नहर में कूदा हो और बाद में वह वह तैरते हुए नहर को पार कर गया हो।
अजय सिंह ने बताया कि हत्यारोपी एक अच्छा तैराक भी था। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ़ का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है और अगर हत्यारोपी ने चीला नहर में कूदकर मौत को गले लगाया तो एक दो दिन में उसकी लाश फ़ूलकर नहर के उपर स्वयं ही आ जाएगी।
चीला नहर में कूदकर मौत को गले लगाने वाले युवक के संबंधा में जानकारी की गई तो उसका नाम शेलेंद्र भटट निवासी टिहरी हाल निवासी बसंत कॉलोनी श्यामपुर के रूप में उसकी शिनाख्त हुई पुलिस अधिकारियों को पता चला आत्महत्या करने वाले युवके करीब आठ वर्षाें से अपनी बहन के पास रह रहा था। अभी पुलिस अधिाकारी इस बात का समझ नहीं पा रहे थे कि दरोगा की पुत्री की बेरहमी से हत्या करने वालेे युवक ने आत्महत्या करने रास्ता क्याें अपनाया।
अभी पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर ही रही थी कि पुलिस अधिाकारियों को खबर मिली की मृतक युवक ने आत्महत्या करने से ठीक पहले अपने एक परिचित को मोबाइल पर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी और अपन आपकों चीला नहर में जाकर आत्महत्या करने की बात भी कही थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस ने उक्त युवक का सूराग लगाकर उसे रायवाला थाने बुलवाया।
सूत्र बताते है कि एसएसपी अजय सिंह ने भी दोपहर बाद तक रायवाला थाने बुलवाए गए उक्त युवक से पूछताछ की तो कई ऐसी बाते सामने आई जिसे सूनकर पुलिस अधिकारी दंग रह गए।
सूत्र बताते है कि मृतका और आत्महत्या करने युवती के साथ जीने मरने की कसमे खा चुका था लेकिन युवती द्वारा अपने परिवार के खिलाफ़ जाने के लिए तैयार नहीं थी बस इसी बात से खफ़ा होकर शेलेंद्र भटट ने आरती की जिंदगी सांसे छीन ली।
सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए दोनों एक साथ जाते हुए
दरोगा शिव प्रसाद डबराल की 26 वर्षीय पुत्री की रायवाला तीन पानी के समीप पुल के नीचे चाकुओं से गोदकर हत्या करने के आरोपी और युवती ऋषिकेश और रायवाला में कई स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में एक साथ जाते हुए कैद हुए।
युवती को चाकुओं से गोदकर मौत की नींद सुलाने वाले हत्यारोपी शेलेंद्र भटट और आरती डबराल के मामले में पुलिस द्वारा जैसे-जैसे जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है तो एक के बाद एक परते खुलकर सामने आ रही है।
आरती डबराल की चाकुओं से गुदी लाश के मिलने के बाद एसएसपी के आदेश पर दून पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया तो सबकुछ साफ़ होता जा रहा है। आरती को जन्मदिन के नाम पर धाोखा देकर ले जाने और बाद में उसकी -चाकुओं से गोदकर हत्या करने वाले हत्यारोपी के मामले की जांच में पुलिस ने जब ऋषिकेश से लेकर रायवाला तक जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो पुलिस के हाथ महत्वपूर्ण सुराग लग गए। पहले तो इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि आरती का अपहरण कर और उसे बहला-फ़ुसलाकर ले जाया गया था।
लेकिन जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फ़ुटेजों को खंगाला तो पता चला की शेलेंद्र भटट और आरती डबराल ऋषिकेश से एक साथ अपनी मर्जीे से वहां से चले थे और रायवाला तक एक साथ दोनों दिखाई भी दिए।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरती और उसकी हत्या करने वाला आरोपी शेलेंद्र विगत छहः वर्षाें से एक दूसरे के नजदीक थे और दोनों के बीच काफ़ी उठना-बैठना था। उन्होंने बताया कि आरती की हत्या किस कारण से की गई जबतक शेलेंद्र या तो जीवित मिल जाए या फि़र चीला नहर से उसकी लाश मिल जाएं तब कहीं जाकर पूरे मामले का पटाक्षेप किया जा सकता है।
हत्यारोपी के दोस्तों के पुलिस ने दर्ज किए बयान
विगत दिवस आवेश में आकर युवती की चाकुओं से गोदकर हत्या करने और बाद में अपनी जीवनलीला समाप्त करने के लिए हत्यारोपी द्वारा चीला नहर में कूद जाने और नहर में कूदने से पूर्व अपने साथियों केा पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाने के मामले में पुलिस ने हत्यारोपी के दोस्तों के भी बयान अंकित कर लिए है।
वरिष्ठ पुलिस अधाीक्षक अजय सिंह ने बताया कि दरोगा की पुत्री को जन्मदिन की पार्टी में ले जाने के बहाने उसकी रायवाला तीन पानी पुल के नीचे चाकुओं से गोदकर हत्या करने के आरोपी के संबंध में जानकारी देते हुए की हत्या करने वाले के संबंधा में बताया कि हत्यारोपी द्वारा आवेश में आकर आरती को मौत के घाट उतारा गया था या अन्य कोई वजह आरती की हत्या बनी यह तो सपष्ट नहीं हो पा रहा है लेकिन हत्यारोपी द्वारा वारदात को अंजाम देने के बाद अपने साथियों को उनके मोबाइल पर पूरे घटनाक्रम की जानकारी देने का पता चलने के बाद हत्यारोपी के मित्रें को थाने बुलवाकर उनके बयान अंकित किए गए है।
एसएसपी ने बताया कि हत्यारोपी की न तो पुलिस और एसडीआरएफ़ की टीम को उसकी लाश चीला नहर से बरामद हुई है जिस कारण से आरती की हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी हत्यारोपी के मित्रें से और भी पूछताछ की जानी है उक्त पूछताछ के बाद ही पूरी स्थिति लगभग स्पष्ट हो पाएगी।