लिवर खराब होने का कारण बन सकती है यह कुछ गलतियां,आइए जानते हैं?
आजकल हमारे बिगड़ते लाइफस्टाइल और खानपान का सीधा असर हमारी सेहत पर पड रहा है। और हमारे खानपान का असर सबसे ज्यादा हमारे लीवर पर पड़ता है। अगर हमारा लिवर खराब होना शुरू हो जाए तो यह बेहद हो सकता हैं। इतना सब जानने के बावजूद भी हम अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देते हैं और अपनी कुछ गलतियों के कारण हम अपने लवर को धीरे-धीरे डैमेज कर रहे हैं। जिसकी चलते आज हम आपको कुछ ऐसी आदतें बताने वाले हैं जिन पर आपको रोक लगानी होगी। इन आदतों पर रोक लगाने से आप अपने लिवर को डैमेज होने से बचा सकते हैं तो चलिए जानते हैं क्या है वह आदतें, जो आपके लिवर को डैमेज कर रही है?
लिवर शरीर का एक बड़ा अंग है, जो पाचन, डिटॉक्सिफिकेशन और एनर्जी बढ़ाने जैसे कई जरूरी काम करता है. हालांकि, खराब लाइफस्टाइल और गलत आदतों की वजह से लिवर धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। ज्यागातर लोग कुछ सामान्य कारणों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आज के दौर में हम ऐसी गलत आदतों में लिप्त हो चुके हैं, जिसका सीधा असर हमारे लिवर पर पड़ रहा है। आपकी इन आदतों पर लिवर पर कितनी बुरा असर हो सकता है आपको अंदाजा भी नहीं होगा। हालांकि हम सभी खुद को हमेशा हेल्दी रखना चाहते हैं, लेकिन डेली लाइफस्टाइल में हम कुछ काम ऐसे करते हैं जो लिवर की कार्यक्षमता को कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं लिवर खराब होने के कुछ बड़े कारण, जिन पर लोगों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
इन आदतों की वजह से आपका लिवर हो सकता खराब
ज्यादा जंक फूड का सेवन करना
ज्यादा तला-भुना, मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड लिवर पर एक्स्ट्रा दबाव डालता है। जंक फूड में ट्रांस फैट और हाई कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो फैटी लिवर की समस्या को जन्म दे सकते हैं। बहुत ज्यादा शुगर और फास्ट फूड लिवर की कार्यक्षमता को धीमा कर देते हैं। ऐसे में हमें अपनी ज्यादा जंक फूड वाली चीजों के सेवन पर रोक लगानी होगी। जिसके चलते हमें हरी सब्जियां, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डाइट को प्राथमिकता देनी चाहिए और चीनी और तले हुए भोजन का सेवन कम करना चाहिए।
ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन
शराब के बहुत ज्यादा सेवन करने से लिवर सेल्स खराब हो सकती हैं, जिससे गंभीर बीमारियां पैदा होती हैं। बहुत ज्यादा शराब लिवर सिरोसिस और हेपेटाइटिस का कारण बन सकती है। लिवर का डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम प्रभावित होता है, जिससे शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं। ऐसे में शराब का सेवन कम या बिल्कुल बंद करें। हेल्दी ड्रिंक्स जैसे नारियल पानी, नींबू पानी और ग्रीन टी लें।
जरूरत से ज्यादा दवाईयों का सेवन न करें
जरूरत से ज्यादा पेनकिलर या अन्य दवाइयां लिवर पर बुरा असर डाल सकती हैं। कुछ एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाएं लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती हैं। लंबे समय तक अनावश्यक दवाएं लेने से लिवर की कार्यक्षमता कमजोर हो सकती है। जिसके चलते आपको डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा नही खानी चाहिए। आयुर्वेदिक और नेचुरल इलाज को प्राथमिकता दें।
शरीर में पानी की कमी होना
पानी की कमी से लिवर को टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में कठिनाई होती है। पर्याप्त पानी न पीने से लिवर का डिटॉक्सिफिकेशन धीमा हो जाता है। शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें। हर्बल टी और फलों का रस का सेवन करें।
ज्यादा स्ट्रेस और तनाव होने पर
क्रोनिक स्ट्रेस लिवर पर बुरा असर डाल सकता है और इसके कार्य को बाधित कर सकता है। तनाव से शरीर में हानिकारक हार्मोन पैदा होते हैं, जो लिवर सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। स्ट्रेस की वजह से गलत खानपान की आदतें बढ़ जाती हैं, जिससे लिवर कमजोर होता है। यह भी हमारे लिवर को डैमेज करने की एक वज़ह वन सकता है। इससे बचने के लिए हमें मेडिटेशन, योग और हल्के व्यायाम करने चाहिए इसी के साथ-साथ पर्याप्त नींद लें और रिलैक्स करने की आदत डालें।
आपको बता दें कि लिवर खराब होने के कई कारण होते हैं, लेकिन इनमें से कुछ पर हम ध्यान नहीं देते हैं। अगर सही आदतें अपनाई जाएं, तो लिवर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। समय पर सही खानपान, हाइड्रेशन, स्ट्रेस कंट्रोल और हेल्दी लाइफस्टाइल से लिवर को होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। जिसके चलते हमें अपनी दिनचर्या में बदलाव करने की जरूरत है।